अवैध रेत खनन-गोलीकांड मामला : गोली चलाने वाला आरोपी ग्वालियर से गिरफ्तार, अब तक 4 लोग जा चुके हैं जेल

राजनांदगांव । छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव जिले के मोहड़ गांव में अवैध रेत खनन को लेकर हुए गोलीकांड मामले में पुलिस लगातार कार्रवाई कर रही है। इस बीच आज पुलिस ने गोली चलाने वाले आरोपी अतुल सिंह तोमर (24 वर्ष) को ग्वालियर (मध्यप्रदेश) से गिरफ्तार किया है। गोलीकांड मामले में अब तक कुल 4 आरोपियों की गिरफ्तारी हो चुकी है। वहीं अन्य फरार आरोपियों की तलाश में पुलिस की टीम सरगर्मी से जुटी हुई है।
कांग्रेस जांच दल पहुंचा मोहड़, सरकार पर साधा निशाना
घटना के बाद कांग्रेस ने 6 सदस्यीय जांच टीम गठित की। रविवार को कांग्रेस जांच दल मोहड़ गांव पहुंचा। जांच टीम में खुज्जी विधायक भोलाराम साहू, डोंगरगढ़ विधायक हर्षित बघेल, डोंगरगांव विधायक दलेश्वर साहू और शहर कांग्रेस अध्यक्ष कुलबीर छाबड़ा शामिल थे। टीम ने गांव पहुंचकर पीड़ित ग्रामीणों से मुलाकात की और घटनास्थल का निरीक्षण किया।
जांच दल के विधायकों का कहना है कि मोहड़ में रेत माफियाओं द्वारा लंबे समय से रेत निकालने के लिए रैंप बनाया जा रहा था ताकि रेत निकाली जा सके। उन्होंने कहा कि राजनांदगांव विधानसभा से विधायक डॉ. रमन सिंह और जिले के प्रभारी मंत्री स्वयं डिप्टी सीएम विजय शर्मा हैं, इसके बावजूद जिले में अवैध रेत माफिया सक्रिय है। नेताओं ने आगे कहा कि भाजपा सुशासन की बात करती है और प्रशासन चुपचाप बैठा है। घटना के दिन किसी ग्रामीण का हाथ काम नहीं कर पा रहा था तो कोई सुन नहीं पा रहा था। घटना में ग्रामीणों को काफी चोट आई है, उन्हें बहुत मारा गया है। उन्होंने कहा कि ग्रामीणों के साथ अत्याचार हुआ है, गोली चलाई गई है और प्रशासन चुपचाप बैठा है। रेत माफिया और टीआई के बीच बातचीत का वीडियो भी वायरल हुआ है, जिसकी जांच भी निष्पक्ष होनी चाहिए।
यह है मामला
घटना 11 जून की रात करीब 7 से 7:30 बजे के बीच की है, जब गांव मोहड़ नदी के किनारे अवैध रेत निकासी के लिए जेसीबी से रैम्प बनाया जा रहा था। इसका विरोध करने पहुंचे ग्रामीणों पर रेत माफियाओं ने हमला कर दिया और गोलियां चला दी। इस फायरिंग में रोशन मंडावी नामक युवक गंभीर रूप से घायल हो गया। गोली उसके गले को छूते हुए निकल गई, जिसके बाद उसे मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती कराया गया। अन्य दो ग्रामीण जितेन्द्र साहू और ओम प्रकाश साहू भी घायल हुए हैं।
घटना के बाद बसंतपुर थाना में भारतीय न्याय संहिता (BNS) की विभिन्न धाराओं सहित आर्म्स एक्ट और माइनिंग एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया। जांच के दौरान पुलिस ने घटनास्थल से तीन खाली कारतूस, बुलेट का अगला हिस्सा, एक जेसीबी मशीन और हाईवा वाहन (CG 08 AT 5089) जब्त किया। पुलिस ने अब तक इस मामले में जेसीबी चालक भगवती निषाद, संजय रजक और वाहन मालिक अभिनव तिवारी को पहले ही गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड में जेल भेज दिया था। अब रविवार यानी 15 जून को चौथे आरोपी अतुल सिंह तोमर को ग्वालियर के पिंटो पार्क इलाके से गिरफ्तार कर राजनांदगांव लाया गया, जहां उससे पूछताछ कर कोर्ट में पेश किया गया और उसे जेल भेज दिया गया।
मामले में अधिकारीयों पर भी गिरी गाज
घटना के बाद पुलिस और प्रशासन की कार्यशैली पर भी सवाल उठे। खनिज विभाग की लापरवाही पर सरकार ने सख्त कार्रवाई करते हुए रविवार को राजनांदगांव के जिला खनिज अधिकारी प्रवीण चंद्राकर को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया। वहीं घटना से जुड़ा एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ, जिसमें सोमनी थाने के टीआई सत्यनारायण देवांगन की संदिग्ध भूमिका सामने आई है। मामले की गंभीरता को देखते हुए राजनांदगांव एसपी ने कार्रवाई करते हुए शनिवार को टीआई को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया।