रायपुर। नारायणपुर जिला अस्पताल में पदस्थ एक वरिष्ठ महिला डॉक्टर के खिलाफ की गई अभद्र टिप्पणी और व्यवहार को लेकर प्रदेशभर के चिकित्सकों में भारी आक्रोश है। शुक्रवार को राजधानी रायपुर में जूनियर डॉक्टर्स एसोसिएशन (JDA), छत्तीसगढ़ डॉक्टर्स फेडरेशन (CGDF) और CIDA ने एकजुट होकर प्रदर्शन किया और स्वास्थ्य मंत्री को ज्ञापन सौंपा।
“दो कौड़ी के डॉक्टर” टिप्पणी से भड़के डॉक्टर
ज्ञापन में कहा गया है कि नारायणपुर के अपर कलेक्टर ने महिला डॉक्टर के लिए “दो कौड़ी के डॉक्टर” जैसे अपमानजनक शब्दों का इस्तेमाल किया, जो न केवल चिकित्सा पेशे की गरिमा का हनन है, बल्कि महिला चिकित्सकों के सम्मान के खिलाफ भी गंभीर टिप्पणी है।
संगठनों ने रखीं ये प्रमुख मांगे:
संबंधित अधिकारी से सार्वजनिक माफी मंगवाई जाए
निष्पक्ष जांच कर अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाए
चिकित्सकों की गरिमा और सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए स्पष्ट गाइडलाइन जारी की जाए
एफ-टाइप आवास में चिकित्सकों को प्राथमिकता दी जाए
प्रशासनिक सुधार के सुझाव:
स्वास्थ्य संस्थानों का निरीक्षण केवल IAS अधिकारियों तक सीमित किया जाए
हेल्थ नोडल पदों की जिम्मेदारी वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारियों को दी जाए
चिकित्सकों से जुड़ी शिकायतों की जांच केवल CMHO/CS द्वारा हो
कलेक्टरों को चिकित्सकों से सम्मानजनक व्यवहार सुनिश्चित करने के निर्देश दिए जाएं
शांतिपूर्ण विरोध में शामिल डॉक्टरों पर कोई दंडात्मक कार्रवाई न हो
चेतावनी: सेवा स्थगित कर सकते हैं डॉक्टर
JDA अध्यक्ष डॉ. रेशम सिंह, CGDF अध्यक्ष डॉ. हीरा सिंह, और CIDA के डॉ. पीयूष श्रीवास्तव ने संयुक्त बयान जारी कर घटना की कड़ी निंदा की और सरकार से तत्काल हस्तक्षेप की मांग की है। CIDA प्रवक्ता डॉ. ए.एस. चौहान ने चेतावनी दी कि “यदि जल्द संतोषजनक कार्रवाई नहीं हुई, तो राज्यभर में चिकित्सक सेवाएं स्थगित करने पर मजबूर हो सकते हैं।” यह मामला अब केवल नारायणपुर तक सीमित न रहकर, पूरे छत्तीसगढ़ के चिकित्सा जगत में चिंता का विषय बन चुका है।