स्कूल शिक्षा मंत्री गजेंद्र यादव ने किया वृहद रोजगार मेले का शुभारंभ, युवाओं को सौंपे नियुक्ति पत्र

स्कूल शिक्षा मंत्री गजेंद्र यादव ने किया वृहद रोजगार मेले का शुभारंभ, युवाओं को सौंपे नियुक्ति पत्र

दुर्ग/ छत्तीसगढ़ राज्य स्थापना के 25 वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष्य में शासकीय विश्वनाथ यादव तामस्कर स्वशासी महाविद्यालय में शुक्रवार को वृहद रोजगार मेला 2025 का आयोजन किया गया। इस मेले का शुभारंभ राज्य के स्कूल शिक्षा, विधि एवं विधायी तथा ग्रामोद्योग मंत्री  गजेन्द्र यादव ने किया। रोजगार मेले का आयोजन जिला रोजगार कार्यालय दुर्ग एवं प्लेसमेंट सेल के संयुक्त तत्वावधान में किया गया। इस अवसर पर मंत्री गजेंद्र यादव ने मेले में उपस्थित युवाओं से सीधे संवाद किया और उनकी उत्सुकता की सराहना की। उन्होंने कहा कि यह महाविद्यालय उनका पूर्व शिक्षा संस्थान रहा है और मंच पर खड़े होकर उनकी पुरानी स्मृतियां ताज़ा हो गईं।
रोजगार मेले में 28 प्रतिष्ठित कंपनियों ने भाग लिया, जिनमें बड़ी संख्या में छात्र-छात्राओं ने भाग लिया। मंत्री गजेंद्र यादव ने आठ चयनित युवाओं को मौके पर ही नियुक्ति पत्र वितरित किया। साथ ही सभी चयनित युवाओं को शुभकामनाएँ दीं। महाविद्यालय के वृहद रोजगार उत्सव को संबोधित करते हुए मंत्री गजेंद्र यादव ने कहा कि छत्तीसगढ़ अब एक सक्षम, उर्जावान राज्य बन चुका है। उन्होंने कहा जो राज्य एक समय भुखमरी, बेरोजगारी और पिछड़ेपन से जूझ रहा था, आज वही राज्य पूरे देश में रोजगार, शिक्षा और बुनियादी सुविधाओं का उदाहरण बन रहा है। उन्होंने बताया कि राज्य गठन के समय पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय श्री अटल बिहारी वाजपेयी के प्रयासों से प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना की शुरुआत हुई, जिससे आज हर गांव पक्की सड़कों से जुड़ चुका है। इसके साथ ही डॉ. रमन सिंह द्वारा विकसित पीडीएस प्रणाली को पूरे देश में सराहा गया और अपनाया जा रहा है। मंत्री श्री यादव ने बताया कि राज्य में एक समय 702 स्कूल शिक्षक विहीन थे, लेकिन युक्तियुक्तकरण नीति के तहत 10,446 शिक्षकों को ग्रामीण क्षेत्रों में स्थानांतरित कर शिक्षा व्यवस्था को मजबूत किया गया। उन्होंने नई शिक्षा नीति की सराहना करते हुए कहा कि अब पढ़ाई के साथ-साथ व्यावसायिक पाठ्यक्रम भी युवाओं को उपलब्ध कराए जा रहे हैं। जो छात्र पढ़ाई में रुचि नहीं रखते, उन्हें उनकी रुचि अनुसार इवेंट मैनेजमेंट, लोकसंस्कृति, संगीत, वादन आदि में प्रशिक्षण देकर स्वरोजगार के अवसर प्रदान किए जाएंगे। उन्होंने विद्यार्थियों से आग्रह किया कि चाहे नौकरी मिले या न मिले, स्वयं का व्यवसाय प्रारंभ कर दूसरों को भी रोजगार देने योग्य बनें। इस अवसर पर महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. अजय कुमार सिंह, शासकीय महाविद्यालयों के प्राध्यापकगण व बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं उपस्थित थे।