"श्री सत्य साईं प्रेम प्रवाहिनी रथ यात्रा" की आध्यात्मिक यात्रा भिलाई में अपार भक्ति एवं उत्साह के साथ संपन्न हुई

"श्री सत्य साईं प्रेम प्रवाहिनी रथ यात्रा" की आध्यात्मिक यात्रा भिलाई में अपार भक्ति एवं उत्साह के साथ संपन्न हुई

भिलाई।  "श्री सत्य साईं प्रेम प्रवाहिनी रथ यात्रा" की आध्यात्मिक यात्रा भिलाई में अपार भक्ति एवं उत्साह के साथ संपन्न हुई। कार्यक्रम का शुभारंभ नगरसंकीर्तन के साथ हुआ, जो भिलाई साई समिति केंद्र से प्रारंभ होकर SNG विद्या भवन, सेक्टर 4 तक लगभग 5 किलोमीटर की दूरी तय करता हुआ भक्तिमय वातावरण में संपन्न हुआ। प्रेम और सेवा का संदेश लेकर चल रही इस रथ यात्रा का रास्ते भर श्रद्धालुओं एवं समाज के विभिन्न वर्गों द्वारा हर्षोल्लास के साथ स्वागत किया गया।इस पावन अवसर पर मध्य प्रान्त के जोनल अध्यक्ष, उत्तरप्रदेश, उत्तराखंड एवं छत्तीसगढ़ राज्य के राज्य अध्यक्ष, मध्यप्रदेश राज्य सेवा दल समन्वयक तथा उत्तरप्रदेश एवं छत्तीसगढ़ के प्रेम प्रवाहिनी प्रभारी की गरिमामयी उपस्थिति रही। सभी विशिष्ट अतिथियों ने सायंकालीन कार्यक्रम में उपस्थित होकर सभी भक्तों को अपने उद्बोधन से आध्यात्मिक प्रेरणा प्रदान की।जैन समाज, तेलुगु समाज, तमिल समाज एवं भिलाई वर्कर्स यूनियन सहित कई सामाजिक संगठनों ने भी रथ यात्रा का स्वागत कर सामूहिक एकता व स्वामी के प्रति अपनी आस्था का परिचय दिया।सायंकालीन कार्यक्रम में श्री सत्य साईं बालविकास के बच्चों द्वारा सौंदर्यपूर्ण नृत्य प्रस्तुति दी गई, जिसमें पवित्रता एवं भक्ति की झलक दिखाई दी। तत्पश्चात श्रीमती शैली बिदवाईकर (प्रसिद्ध बालविकास पूर्व छात्रा व भजन गायिका) एवं उनके संगीत दल द्वारा भावविभोर करने वाली भजन संध्या प्रस्तुत की गई। पूरे वातावरण में आनंद, भक्ति एवं दिव्यता का संचार हो गया।इस अवसर पर स्कंद आश्रम के सदस्यों का सेवा कार्यों विशेषतः भोजन वितरण व स्थल व्यवस्था में उत्कृष्ट योगदान हेतु सत्कार व सम्मान किया गया। यह निःस्वार्थ सेवा स्वामी के "प्रेम ही सेवा है" के आदर्श का प्रत्यक्ष उदाहरण रही।पूरा दिन स्वामी के प्रति कृतज्ञता, भक्ति एवं दिव्य मिशन में पुनः समर्पण की भावना के साथ संपन्न हुआ।