सावन मेला का शुभारंभ, मनोरंजक प्रतियोगिताएं रही आकर्षण का केन्द्र,निगम द्वारा आयोजित दो दिवसीय सावन मेला में महिलाओं की जुटी भीड़

सावन मेला का शुभारंभ, मनोरंजक प्रतियोगिताएं रही आकर्षण का केन्द्र,निगम द्वारा आयोजित दो दिवसीय सावन मेला में महिलाओं की जुटी भीड़


दुर्ग/नगर निगम दुर्ग द्वारा आयोजित बहुप्रतीक्षित रिमझिम सावन मेला का शुभारंभ आज बड़े धूमधाम से हुआ। उद्घाटन समारोह की मुख्य अतिथि रहीं भाजपा की वरिष्ठ नेत्री एवं राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सरोज पाण्डेय के साथ विधायक गजेंद्र यादव और शहर की प्रथम नागरिक महापौर अलका बागमार की उपस्थिति ने आयोजन को विशेष गरिमा प्रदान की।

कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्वलन और छत्तीसगढ़ी मंगल गीत से हुई। भारी संख्या में नागरिकों, महिलाओं, बच्चों और युवा वर्ग की उपस्थिति ने आयोजन स्थल को उत्सवमय बना दिया। कार्यक्रम मे 15 से अधिक प्रतिभागियों ने प्रतियोगिता मे भाग लिया.

मुख्य अतिथि सरोज पाण्डेय ने अपने संबोधन में कहा, "रिमझिम सावन मेला न केवल मनोरंजन का माध्यम है, बल्कि यह हमारी लोकसंस्कृति, स्वदेशी उत्पादों और सामाजिक जागरूकता का भी परिचायक है।"

विधायक गजेंद्र यादव ने कहा इस प्रकार के आयोजन हमारे क्षेत्र की सांस्कृतिक और सामाजिक चेतना को नई ऊर्जा देते हैं। रिमझिम मेला में जिस तरह नशा मुक्ति जैसे गंभीर विषय को भी रचनात्मकता से जोड़ा गया है, वह सराहनीय है। इसके माध्यम से युवा पीढ़ी को सकारात्मक दिशा देने का प्रयास किया जा रहा है। मैं नगर निगम को इस सफल आयोजन के लिए बधाई देता हूँ और जनता से आह्वान करता हूँ कि अधिक से अधिक संख्या में इसमें भाग लेकर इसे सफल बनाएं।"

महापौर अलका बागमार ने कहा रिमझिम सावन मेला नगर की पहचान बनता जा रहा है। इसमें न सिर्फ लोकसंस्कृति का समावेश है बल्कि महिलाओं, युवाओं और स्थानीय व समूहों को मंच देने का एक सशक्त प्रयास है। इस बार विशेष रूप से नशा मुक्ति जैसे सामाजिक मुद्दों पर जागरूकता कार्यक्रम जोड़े गए हैं, जो इसे और भी सार्थक बनाते हैं। हमारा प्रयास है कि यह मेला हर साल और अधिक प्रभावी और जनभागीदारी से भरपूर हो।"

भाजपा राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सरोज पाण्डेय व विधायक गजेंद्र यादव व महापौर अलका बाघमार ने मेले में लगे विभिन्न स्टॉलों का अवलोकन किया। हस्तनिर्मित वस्तुओं,स्थानीय खाद्य सामग्री और पारंपरिक परिधानों को देखकर उन्होंने खूब सराहना की और कुछ वस्तुओं की खरीददारी भी की।

नशा मुक्ति पर जागरूकता कार्यक्रम मेले का विशेष आकर्षण रहा। नुक्कड़ नाटक, पोस्टर प्रदर्शनी और वक्ताओं के माध्यम से युवाओं व आम नागरिकों को नशा छोड़ने के लिए प्रेरित किया गया। इसमें समाजसेवियों, स्कूली विद्यार्थियों ने सहभागिता की।

दिनभर आयोजित सांस्कृतिक संध्या में छत्तीसगढ़ की परंपराओं की सजीव झलक देखने को मिली। जस गीत, राऊत नाचा, सुआ नृत्य, जस गीत और पंथी नृत्य जैसी प्रस्तुतियों ने दर्शकों को झूमने पर मजबूर कर दिया। लोक कलाकारों की भावनात्मक प्रस्तुति ने वातावरण को छत्तीसगढ़ी रंग में रंग दिया।

नगर निगम आयुक्त सुमित अग्रवाल ने कहा कि मेला दो दिवसीय होगा, जिसमें प्रत्येक दिन सामाजिक व सांस्कृतिक विषयों पर कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।

-इस कार्यक्रम में विशेष आकर्षण का केंद्र रहा;

समूहों के उत्पादों की प्रदर्शनी, बच्चों के लिए झूले और खेल गतिविधियाँ, छत्तीसगढ़ी व्यंजनों का स्वादिष्ट अनुभव,स्वास्थ्य जांच और नशा मुक्ति परामर्श केंद्र रहा 

नगर निगम द्वारा सुरक्षा, स्वच्छता व यातायात की समुचित व्यवस्था सुनिश्चित की गई है। मेला परिसर में हर आयु वर्ग के लिए कुछ न कुछ खास है, जिससे यह सावन की फुहारों के बीच उल्लास और संस्कृति का अद्भुत संगम बन चुका है। इस कार्यक्रम मे ऋचा रिकेश सेन,माया बेलचदन,उषा टावरी,चन्द्रिका चंद्राकर,गौरी सुरेंद्र कौशिक, हर्षा लोकमाणी चंद्राकर, कार्यक्रम के प्रभारी हर्षिका संभव जैन,शशि साहू सहित एमआईसी सदस्य गण एवं अधिकारी/कर्मचारी के अलावा भारी संख्या मे नागरिक गण मौजूद रहे!

भव्य समापन में विशिष्ट हस्तियों की गरिमामयी उपस्थिति

"रिमझिम सावन मेला 2025" का समापन समारोह 3 अगस्त 2025 (रविवार) को उल्लासपूर्ण वातावरण में आयोजित किया जाएगा। इस समापन अवसर पर महिलाओं की रचनात्मक भागीदारी और सांस्कृतिक प्रतिभाओं का सम्मान किया जाएगा।कार्यक्रम में मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय की धर्म पत्नी - मुख्य अतिथि के रूप में वरिष्ठ समाजसेविका कौशल्या देवी उपस्थित रहेंगी। साथ ही विशिष्ट अतिथि के रूप में विजय बघेल (सांसद), ललित चंद्राकर (संसदीय संसाधन), महापौर अलका बाघमार, रजनी बघेल (समाजसेविका), पूजा चंद्राकर (समाजसेविका एवं सांस्कृतिक प्रेरक) शामिल होगे। इन सभी अतिथियों की उपस्थिति से समापन समारोह गरिमामय एवं स्मरणीय बनेगा l