हेडमास्टर ने छात्रों को पकड़ाया फवड़ा, स्कूल में बनवाया सीमेंट बालू का मसाला, जानें मामला

जांजगीर-चांपा/छत्तीसगढ़ में सरकारी स्कूलों में आए दिन नए मामले सामने आ रहे हैं। कभी टीचर शराब के नशे में बच्चों को पढ़ा रहे हैं तो कभी कुर्सी पर बैठकर सो रहे हैं। अब जांजगीर चांपा जिले में स्कूली बच्चों से काम करवाते का मामला सामने आया है।
सरकारी स्कूल का एक हेडमास्टर मासूम छात्रों से स्कूल की मरम्मत के लिए सीमेंट और बालू का मसाला बनवाया रहा है। मामला सामने आने के बाद हेडमास्टर को नोटिस जारी किया गया है।
बच्चों को पढ़ने के लिए स्कूल भेजते हैं परिजन
परिजनों अपने बच्चों को स्कूल भेजते हैं कि उनके बच्चे पढ़कर आगे बढ़ें लेकिन यहां तो हेडमास्टर ने ही बच्चों को कॉपी-कलम की जगह हाथों में फावड़ा पकड़ा दिया। परिजनों को जब इस घटना की जानकारी हुई तो परिजनों ने हेडमास्टर को हटाने की मांग की है।
स्कूल में करवाई बच्चों से मजदूरी
दरअसल, मामला जिले के बम्हनीडीह ब्लॉक है। यहां के डभराखुर्द प्राइमरी स्कूल में हेडमास्टर ने बच्चों से मजदूरी करवाई है। हेडमास्टर पितांबर कुर्रे बच्चों को पढ़ाने की जगह पर उनको फावड़ा देकर उनसे मरम्मत करवा रहे हैं। एक बच्चा फावड़ा लेकर मसाला बना रहा है। वहीं, दूसरा बच्चा वहीं खड़े होकर देख रहा है कि फावड़ा कैसे चलाया जाता है।
विभाग ने जारी किया नोटिस
हेडमास्टर द्वारा बच्चों से काम करवाने का मामला सामने आने के परिजनों में गुस्सा है। जबकि जिला शिक्षा अधिकारी ने हेडमास्टर को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। हालांकि इस पूरे मामले में हेडमास्टर ने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है।
शराब पीकर पहुंचे थे टीचर
स्कूल में टीचरों के द्वारा बच्चों से काम करवाने से पहले कई ऐसे मामले सामने आए हैं जिससे शिक्षा विभाग की किरकिरी हुई है। बस्तर संभाग के कई ऐसे मामले सामने आए थे जहां शिक्षक शराब के नशे में स्कूल पहुंचे थे। जिसके बाद शिक्षा विभाग ने कार्रवाई की थी। हाल ही में एक टीचर शराब के नशे में बच्चों को पढ़ा रहा था।