मां बम्लेश्वरी के दर्शन को निकली थी, नाबालिग ड्राइवर ने मंज़िल से पहले ही मौत से मिला दिया, आरोपी गिरफ्तार

मां बम्लेश्वरी के दर्शन को निकली थी, नाबालिग ड्राइवर ने मंज़िल से पहले ही मौत से मिला दिया, आरोपी गिरफ्तार

भिलाई/दुर्ग। जिले की होनहार छात्रा महिमा साहू की सड़क हादसे में मौत से पूरा क्षेत्र शोक में डूब गया है। महिमा ने 12वीं बोर्ड परीक्षा में राज्य में 6वां स्थान हासिल किया था और IAS बनने का सपना संजोए थी। बीते 22 सितंबर को राजनांदगांव जिले के सोमनी थाना क्षेत्र में ग्राम मनकी के पास पैदल डोंगरगढ़ जा रही महिमा को एक तेज रफ्तार थार (क्रमांक CG 04 QC 8007) ने टक्कर मार दी। गंभीर हालत में उसे सेक्टर-9 अस्पताल भिलाई ले जाया गया, जहां इलाज के दौरान उसने दम तोड़ दिया।

पुलिस जांच में सामने आया कि हादसे के वक्त गाड़ी नाबालिग चालक चला रहा था। थार का मालिक रजत सिंह (भिलाई निवासी) है, जिसने गाड़ी अपने दोस्त नयन सिंह उर्फ छोटू (दुर्ग निवासी) को किराए पर दी थी। दुर्घटना के बाद आरोपियों ने पुलिस को गुमराह करने के लिए फर्जी ड्राइवर राजू कुमार धुर्वे (कबीरधाम निवासी) को पेश किया। लेकिन थाना प्रभारी सोमनी प्रमोद श्रीवास्तव की टीम ने सख्त पूछताछ में पूरी सच्चाई उजागर कर दी।

आखिरकार पुलिस ने नाबालिग चालक समेत चारों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया।
गिरफ्तार आरोपी –

  • रजत सिंह – थार मालिक (भिलाई)
  • नयन सिंह उर्फ छोटू – वाहन किराए पर लेने वाला (दुर्ग)
  • राजू कुमार धुर्वे – फर्जी ड्राइवर बनाकर पेश किया गया (कबीरधाम)
  • नाबालिग चालक – जिसने हादसा किया

पुलिस अधीक्षक मोहित गर्ग, एएसपी राहुल देव शर्मा और सीएसपी वैशाली जैन के निर्देशन में जांच पूरी की गई। आरोपियों पर धारा 106, 61(2), 238 बीएनएस एवं 199(क) मोटरयान अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर न्यायालय में पेश किया गया।

महिमा ने तीन वर्ष पूर्व मां बम्लेश्वरी से मन्नत मांगी थी कि नौकरी लगने पर पैदल दर्शन करने जाएगी। हाल ही में उसने कोंडागांव में सरकारी नौकरी जॉइन की थी। यह उसकी तीसरी और आखिरी पैदल यात्रा थी, जो उसकी जिंदगी का अंतिम सफर बन गई।