सूदखोरी और अवैध वसूली के आरोप में फरार आरोपी वीरेंद्र तोमर गिरफ्तार
रायपुर। सूदखोरी और अवैध वसूली के आरोप में पांच महीने से फरार चल रहे वीरेंद्र उर्फ रूबी तोमर को आखिरकार पुलिस ने दबोच लिया। रायपुर पुलिस ने उसे मध्यप्रदेश के ग्वालियर से लोकेट कर गिरफ्तार किया है। रूबी बीते 151 दिनों से फरार था और पुलिस को लगातार चकमा दे रहा था। अब उसे सड़क मार्ग से रायपुर लाया जा रहा है, जहां उसके खिलाफ आगे की कानूनी कार्रवाई शुरू हो गई है।पुलिस अधिकारियों के मुताबिक रूबी के छोटे भाई रोहित तोमर की तलाश में भी टीम सक्रिय है। वीरेंद्र सिंह उर्फ रूबी तोमर रायपुर का आदतन अपराधी है, जो अपने भाई और परिवार के अन्य सदस्यों के साथ मिलकर सूदखोरी और अवैध वसूली के धंधे में लिप्त था। आरोपी किश्तों में कर्जदारों से मूलधन से कई गुना ज्यादा ब्याज वसूलता था, और पैसे न देने पर धमकी व मारपीट करता था।वीरेंद्र पर पहला मामला 2006 में दर्ज हुआ था। इसके बाद से वह पुलिस की आदतन अपराधियों की सूची में शामिल है। उसके खिलाफ अब तक आधा दर्जन से अधिक केस दर्ज हैं, जिनमें मारपीट, उगाही, ब्लैकमेलिंग, चाकूबाजी और आर्म्स एक्ट के मामले शामिल हैं। करीब पांच महीने पहले प्रॉपर्टी डीलर दशमीत चावला ने रोहित तोमर के खिलाफ मारपीट की शिकायत तेलीबांधा थाने में दर्ज कराई थी, जिसके बाद दोनों भाई फरार हो गए थे।फरारी के दौरान पुलिस ने रूबी और रोहित के ठिकानों पर कई बार छापे मारे। इस दौरान करीब 40 करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति से जुड़े रजिस्ट्री दस्तावेज, साढ़े तीन करोड़ का सोना और 10 लाख रुपये की चांदी जब्त की गई। साथ ही बैंक पासबुक, चेक और एटीएम कार्ड भी कब्जे में लिए गए। जांच में सामने आया है कि ये दस्तावेज उन्हीं लोगों के हैं जिन्हें तोमर ब्रदर्स ने कर्ज देकर ब्लैकमेलिंग के जरिए उनकी संपत्ति पर कब्जा कर लिया था।पुलिस का कहना है कि रूबी तोमर की गिरफ्तारी से जांच की रफ्तार तेज होगी। अधिकारियों ने इसे बड़े अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई में अहम सफलता बताया है। वहीं, पुलिस अब उसके भाई रोहित तोमर की तलाश में जुटी हुई है।