जीएडी ने बेमेतरा सीईओ को हटाया, जिला पंचायत एक, सीईओ 2 का मामला

रायपुर l समान्य प्रशासन विभाग ने अपनी भूल दुरूरूत करते हुए बेमेतरा जिला पंचायत के मुख्य कार्यपाल अधिकारी टेकचंद अग्रवाल को हटा कर अतिरिक्त ंसंचालक पंचायत बना दिया। याने अब 2014 बैच की राप्रसे अधिकारी प्रेमलता की ज्वाईनिंग का रास्ता साफ हो गया है।
बता दें, 30 जुलाई को राज्य प्रशासनिक सेवा के अधिकारियों का बम्फर तबादला किया। एक साथ 75 अधिकारी बदल दिए गए। बड़ी संख्या में राप्रसे अफसरों को इधर-से-उधर किया गया। मैदानी इलाके में पोस्टेड अधिकारियों को बस्तर और सरगुजा संभाग भेजा गया। इन 75 अधिकारियों में दो दर्जन के करीब प्रमोटी डिप्टी कलेक्टर भी शामिल हैं। इनमें से कुछ को फील्ड से मंत्रालय और विभागाध्यक्ष कार्यालय बुलाया गया।
सबसे अधिक शिकायत
प्रधानमंत्री अवास योजना में सबसे ज्यादा शिकायत वाले बेमेतरा जिले के जिला पंचायत के सीईओ टेकचंद अग्रवाल को हटाया जाना था। मुख्यमंत्री विष्णुदेव के सुशासन तिहार में बेमेतरा में ही गरीबों को आवास देने के लिए पैसे मांगने का ऑडियो वायरल हुआ था। उसके बाद रातोंरात जांच टीम संबंधित गांव में जाकर पड़ताल की और तीन रोजगार सहायकों की संविदा पोस्टिंग निरस्त कर दी थी। इसके बाद पंचायत विभाग लगातार बेमेतरा की शिकायत कर रहा था। जाहिर है, बेमेतरा जिपं के सीईओ टेकचंद अग्रवाल सरकार के राडार पर थे।
एक जिला पंचायत, दो सीईओ
जीएडी ने बेमेतरा जिला पंचायत सीईओ टेकचंद अग्रवाल को हटाना भूल गया और उनकी जगह 2014 बैच की राज्य प्रशासनिक सेवा की अधिकारी प्रेमलता को बेमेतरा का सीईओ बना दिया। 30 जुलाई 2025 की शाम जारी आदेश में देखिएगा 14वें नंबर पर प्रेमलता का नाम है। प्रेमलता भू-अभिलेख में ज्वाइंट कमिश्नर हैं। अब उनके सामने संकट यह खड़ा हो गया है कि जीएडी ने बेमेतरा जिपं की सीईओ कर दी, मगर वहां जगह ही खाली नहीं है। जब तक टेकचंद अग्रवाल वहां से हटेंगे नहीं, तब तक प्रेमलता वहां ज्वाईन नहीं कर पाती।