शिवनाथ नदी में बाढ़ बचाव प्रशिक्षण के लिए मॉकड्रिल का आयोजन

शिवनाथ नदी में बाढ़ बचाव प्रशिक्षण के लिए मॉकड्रिल का आयोजन

दुर्ग,/ भारत सरकार राष्ट्रीय आपदा प्राधिकरण नई दिल्ली के दिशा-निर्देश और कलेक्टर  अभिजीत सिंह के मार्गदर्शन में बाढ़ आपदा से बचाव की आवश्यक तैयारियों का जायजा लेने के लिए शिवनाथ नदी में आज मॉकड्रिल का आयोजन किया गया। नगर सेना विभाग द्वारा जिला स्तर पर उपलब्ध समस्त बाढ़ बचाव सामग्रियों का मॉकड्रिल किया गया। कलेक्टर ने राज्य आपदा मोचन दल की तैयारियों की सराहना की। जिले के लिए नियुक्त इंसिडेंट कमाण्डर एडीएम श्री अभिषेक अग्रवाल के कमांड मिलते ही एसडीआरएफ/एनडीआरएफ की टीम बाढ़ प्रभावितों को बचाने उफनती नदी में उतरे और सभी को सकुशल बचाया। मॉकड्रिल में अतिवृष्टि के दौरान शिवनाथ नदी में ग्रामीणजन लकड़ी या छोटे-छोटे बोट के माध्यम से नदी पार करते समय बोट पल्टी हो जाने एवं गांव में पानी भर जाने की स्थिति में किस प्रकार से जिले में उपलब्ध मोटर बोट, स्क्यूबा डायविंग, अंडरवाटर कैमरा, लाइफ जैकेट, लाइफ बॉय आस्का लाइट, पेलिकन लाइट, सर्च लाइट विभिन्न प्रकार के वस्तुओं का प्रयोग कर बाढ़ बचाव कार्य का लाइव डेमो (मॉकड्रिल) का आयोजन किया गया। 
मॉकड्रिल के दौरान राज्य आपदा मोचन बल (एसडीआरएफ) की टीम ने नदी में डूब रहे व्यक्तियों को बचाने, तेज बहाव में फंसे लोगों को सुरक्षित निकालने और गांव में पानी भरने की स्थिति में राहत पहुंचाने जैसे महत्वपूर्ण अभियानों का अभ्यास किया। गांव में बाढ़ आने की वजह से गांव में फसे 40 से अधिक लोगों को रेस्क्यू किया गया। कुछ ग्रामीण बाढ़ के कारण पेड़ों में चढ़ गए थे, जिन्हें एसडीआरएफ/एनडीआरएफ की संयुक्त टीम द्वारा रेस्क्यू किया गया। बाढ़ के कारण ब्रिज के टूटने से कुछ ग्रामीण फंस गए थे और कुछ नदी में भी गिर गए थे, जिन्हे रेस्क्यू किया गया। इसी प्रकार रेस्क्यू के दौरान नांव पलट गई, जिससे दल के सदस्य डूब रहे थे, दूसरी टीम द्वारा उन्हंे भी सुरक्षित रेस्क्यू किया गया। पीड़ित व्यक्तियों को फस्ट एड, सीपीआर, डूबे लोगों के शरीर से पानी निकालने के अलावा डूबे लोगों को डीप डायविंग कर सरर्चिंग और रेस्क्यू किया गया। इस मौके पर आधुनिक उपकरणों जैसे मोटर बोट, स्क्यूबा डाइविंग किट, अंडरवाटर कैमरा, लाइफ जैकेट, लाइफ बॉय, आस्का लाइट, पेलिकन लाइट और सर्च लाइट का उपयोग कर लाइव डेमो प्रस्तुत किया गया। 
कलेक्टर श्री सिंह ने एसडीआरएफ की तैयारियों की प्रशंसा करते हुए कहा कि इस तरह के मॉकड्रिल से आपदा के समय त्वरित और समन्वित कार्यों में मदद मिलेगी। इस अभ्यास में ग्रामीणों को जागरूक करने हेतु घरेलू सामग्री जैसे टीपा, भगोना, ड्रम, मटका, ट्यूब आदि से राफ्ट बनाना और पानी की बोतल को एयरटाइट कर अस्थायी लाइफ जैकेट के रूप में उपयोग करना सिखाया गया। एसडीआरएफ और जिला बचाव दल के जवानों ने इन उपायों का प्रदर्शन कर ग्रामीणों को जीवन रक्षक तकनीकों की जानकारी दी। पंचायत प्रशिक्षण भवन अंजोरा में राहत शिविर लगाई गई। यहां पर बाढ़ प्रभावितों के लिए चिकित्सा सुविधाएं रहने एवं भोजन की व्यवस्था की गई थी। बाढ़ प्रभावित गांवों के पशुओं को भी सुरक्षित रखने के साथ दवाईयां एवं चारे की व्यवस्था थी। इस अवसर पर अपर कलेक्टर श्री विरेन्द्र सिंह, एएसपी श्री अभिषेक झा, नगर सेना कमाण्डेंट श्री नागेन्द्र सिंह, संयुक्त कलेक्टर श्री हरवंश सिंह मिरी व श्रीमती सिल्ली थॉमस, डिप्टी कलेक्टर श्री लवकेश ध्रुव, श्री हितेष पिस्दा एवं श्री उत्तम धु्रव, डॉ. सीबीएस बंजारे, एवं उनकी टीम, समस्त विभाग के अधिकारी सहित राज्य आपदा मोचन बल और नगर सेना के दल एवं नागरिकगण उपस्थित थे।