छठी मैया की आराधना में मेयर अलका बाघमार ने किया सूर्यदेव को अर्घ्य अर्पित

छठी मैया की आराधना में मेयर अलका बाघमार ने किया सूर्यदेव को अर्घ्य अर्पित


दुर्ग।आस्था, श्रद्धा और पवित्रता के प्रतीक महापर्व छठ पूजा के अवसर पर नगर पालिक निगम दुर्ग की मेयर अलका बाघमार ने सोमवार को शहर के प्रमुख घाटों सिंधिया नगर, शक्ति नगर और शीतला मंदिर तालाबों — में पहुँचकर छठी मैया की पूजा-अर्चना की। उन्होंने सूर्य देवता को अर्घ्य अर्पित कर नगर एवं प्रदेशवासियों के सुख, समृद्धि और मंगल की कामना की।मेयर बाघमार ने कहा कि छठ पूजा भारतीय संस्कृति की जीवंत मिसाल है। यह पर्व नारी शक्ति, पर्यावरण और आत्मसंयम का संदेश देता है। उन्होंने कहा कि यह पर्व हमें शुद्धता, अनुशासन और समर्पण की भावना सिखाता है। नगर निगम की ओर से घाटों की सफाई, प्रकाश व्यवस्था और सुरक्षा के लिए विशेष इंतजाम किए गए थे, जिससे श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की असुविधा न हो।घाटों पर छठी मैया के गीतों और भजनों से वातावरण पूर्णतः भक्तिमय रहा। महिलाएँ पारंपरिक वेशभूषा में फल-सुपारी, ठेकुआ और दीप लेकर पूजा में सम्मिलित हुईं। शाम को सूर्यास्त और सुबह उगते सूर्य को अर्घ्य देने के समय घाटों पर दीयों की लौ और श्रद्धा की आभा से अद्भुत दृश्य देखने को मिला।इस अवसर पर एमआईसी सदस्य देवनारायण चंद्राकर, पार्षद विद्यावती सिंह, रंजीता पाटिल, सावित्री दमाहे, मनोज सोनी, अरुण सिंह सहित बड़ी संख्या में जनप्रतिनिधि और श्रद्धालु उपस्थित रहे। सभी ने मेयर बाघमार के साथ मिलकर छठी मैया से नगर की खुशहाली, समृद्धि और जनकल्याण की कामना की।मेयर ने कहा “छठी मैया की पूजा हमें प्रकृति, सूर्य और जल के प्रति सम्मान का भाव सिखाती है। नगरवासियों की यही श्रद्धा और एकता दुर्ग को एक आदर्श शहर बनाती है।”घाटों पर दीपों की रोशनी और भक्तों की भीड़ ने पूरा माहौल दिव्यता से भर दिया। बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक सभी श्रद्धा और उल्लास में डूबे नजर आए।